संस्थान के संकाय सदस्य

डॉ. शुभ कान्त महन्ति
निदेशक
वैकुंठ मेहता राष्ट्रीय सहकार प्रबंधन संस्थान (VAMNICOM)
कृषि बैंकिंग में अंतर्राष्ट्रीय प्रशिक्षण केंद्र (CICTAB)
डॉ. विट्ठलराव विखे पाटिल सहकारी प्रबंधन संस्थान (ICM), पुणे

डॉ. महन्ति जी ने पुणे स्थित वैकुंठ मेहता राष्ट्रीय सहकार प्रबंधन संस्थान (VAMNICOM) के निदेशक के रूप में कार्यभार ग्रहण किया है। वे एक प्रतिष्ठित शिक्षाविद हैं, जिन्हें अध्यापन, शोध और शैक्षणिक नेतृत्व के क्षेत्र में दो दशकों से अधिक का अनुभव है।

डॉ. महन्ति जी ने यूनाइटेड किंगडम के रीडिंग विश्वविद्यालय से अनुप्रयुक्त अर्थशास्त्र और विपणन (Applied Economics & Marketing) में पीएच.डी. की उपाधि प्राप्त की है। यह उपाधि उन्हें CGIAR द्वारा प्रदत्त प्रतिष्ठित GRiSP छात्रवृत्ति के अंतर्गत प्रदान की गई थी। उन्होंने भारत और अमेरिका दोनों देशो में अध्यापन एवं शोध कार्य किया है, जिससे उन्हें अंतरराष्ट्रीय शिक्षण और शोध पद्धतियों की गहरी समझ प्राप्त हुई है।

उन्होंने IRMA में कई महत्वपूर्ण शैक्षणिक और प्रशासनिक पदों पर कार्य किया है, जिनमें HDFC चेयर प्रोफेसर, एसोसिएट प्रोफेसर, विपणन क्षेत्र के अध्यक्ष तथा एसोसिएट डीन के पद शामिल हैं। उनके शोध के प्रमुख क्षेत्र खुदरा व्यवसाय, उपभोक्ता व्यवहार और सेवाओं के विपणन हैं। इन क्षेत्रों में उनकी विशेषज्ञता, VAMNICOM में सहकार प्रबंधन शिक्षा और शोध के बदलते परिदृश्य में महत्वपूर्ण योगदान देगी।

इसके अतिरिक्त, वे CICTAB और ICM, पुणे के निदेशक के रूप में भी अतिरिक्त जिम्मेदारियां निभा रहे हैं।

डॉ. देवदत्त अ. दिवेकर

उप-निदेशक

योग्यता: बी. एससी. (इलेक्ट्रॉनिक्स), एम. सी. एम., सीटीएफसी (बीआईआरडी लखनऊ), पीएचडी

अनुभव:
शिवाजी यूनिवर्सिटी कोल्हापुर से इलेक्ट्रॉनिक्स में स्नातक, डॉ. दिवेकर ने उसी यूनिवर्सिटी से कंप्यूटर मैनेजमेंट में मास्टर्स डिग्री हासिल की है। उन्होंने पुणे विश्वविद्यालय से “पुणे शहर से शहरी सहकारी बैंकों के व्यापार प्रदर्शन और लाभप्रदता पर कोर बैंकिंग सिस्टम कार्यान्वयन का प्रभाव” विषय पर अपना डॉक्टरेट शोध पूरा किया और वर्ष 2013 में उन्हें पीएचडी से सम्मानित किया गया। उनके पास सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) के क्षेत्र में कुल 34 वर्षों का अनुभव है जिसमें 30 वर्षों का शैक्षणिक अनुभव शामिल है, आईटी परामर्श के अनुभव के अलावा, प्रबंधन सूचना प्रणाली (एमआईएस), आईटी इंफ्रास्ट्रक्चर मैनेजमेंट, सॉफ्टवेयर विकास। उन्होंने ऑटोमेशन परियोजनाओं, विशेष रूप से कोर बैंकिंग सिस्टम कार्यान्वयन के लिए सहकारी बैंकों को परामर्श प्रदान किया है। सहकारी समितियों में आईटी कार्यान्वयन के विषय पर अंग्रेजी और हिंदी में उनके कई प्रकाशन हैं। ईआरपी, कोर बैंकिंग सिस्टम, बिजनेस इंटेलिजेंस उनकी रुचि के विषय हैं।